Wednesday, 4 September 2013

इस माथे पर बाम लगा दो !!!!!!


आसमान पर शाम लगा दो
इस माथे पर बाम लगा दो

चार ही दीवारें हैं घर में
आ कर चारो धाम लगा दो

आईने के बाजारों में
मेरे अक्स का दाम लगा दो

चाँद भाग रहा है तेज़ी से
तुम रस्ते में जाम लगा दो

आशीष  इक सूना साहिल है
आंच..!यहाँ इक पाम लगा दो



                                                                                                   --   आशीष (जो लिखता है दिल से )

1 comment:

  1. masroof si is zindagi me,
    Tum muhabbat ka naam lga do ...

    NYC lines 🍀

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